पुलिस के डर से नदी में कूदे छह जुआरी, एक की डूबकर मौत, तीन सिपाही सस्पेंड
Six Gamblers Jumped into the River Fearing the Police
Six Gamblers Jumped into the River Fearing the Police: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में हनुमान धाम है. यहीं पास में खन्नौत नदी बहती है. बुधवार को इसी नदी के घाट पर कुछ लोग जुआ खेल रहे थे. इसी बीच, पुलिस ने छापा मारा. पुलिस को देखते ही वहां मौजूद युवक भागने लगे. इस दौरान पांच युवक नदी में कूद गए. इनमें से चार तो किसी तरह तैरकर किनारे निकल आए, लेकिन एक युवक की मौत डूबने से हो गई. मृतक की पहचान बाबूजई मोहल्ले निवासी कोविद तिवारी के रूप में हुई है.
घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया. गुस्साए परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मामले में एसपी ने तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया है.
बग्गू घाट पर युवक जुआ खेल रहे थे
जानकारी के मुताबिक, बुधवार दोपहर हनुमान धाम के किनारे बग्गू घाट पर कुछ युवक जुआ खेल रहे थे. इसी दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही दो सिपाही मौके पर पहुंच गए. पुलिस को देखते ही वहां मौजूद युवक घबरा गए और जान बचाने के लिए पांचों ने नदी में छलांग लगा दी. चार युवक सुरक्षित बाहर निकल आए, लेकिन कोविद तिवारी गहरे पानी में डूब गया.
स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद चौक थाने की पुलिस और गोताखोर मौके पर पहुंचे. करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद गोताखोरों ने नदी से कोविद का शव बाहर निकाला. पुलिस और परिजन युवक को निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
मौत की खबर मिलते ही परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने कोविद का शव केरूगंज से कचहरी मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया. परिजनों का आरोप था कि कोविद को उसके चार दोस्तों ने नदी किनारे बुलाया था और पुलिस की दबिश के दौरान उन्हीं दोस्तों की वजह से यह हादसा हुआ. उनका कहना था कि सिपाहियों ने मौके पर कोविद को पकड़ने की कोशिश की, तभी दोस्तों ने आवाज लगाई — कूद जा, हम तुझे निकाल लेंगे. कोविद ने कहा था कि उसे तैरना नहीं आता, लेकिन दोस्तों के भरोसे पर उसने भी नदी में छलांग लगा दी.
घरवालों ने लगाए पुलिस पर गंभीर आरोप
चारों दोस्त तैरकर पार निकल गए, जबकि कोविद बीच धारा में डूब गया. उस वक्त किसी ने उसकी मदद नहीं की. जब तक गोताखोर पहुंचे, तब तक उसकी जान जा चुकी थी.परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस ने मौके पर संयम बरता होता और दोस्तों ने उसे छलांग लगाने को न कहा होता, तो उसकी जान बच सकती थी. परिजनों ने दोनों सिपाहियों और चार दोस्तों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
घटना की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी मौके पर पहुंचे. उन्होंने परिजनों को निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई का भरोसा देकर जाम खुलवाया. इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.